छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रितिका ध्रुव की उपलब्धि पर ट्वीट कर कहा कि प्रदेश शिक्षा क्रांति से सरकारी स्कूल के बच्चों में गजब का आत्मविश्वास आया है। रितिका महासमुंद जिले की निवासी है।...
छत्तीसगढ़ की 16 साल की आदिवासी लड़की को नासा के प्रोजेक्ट के लिए चुना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रितिका ध्रुव की इस उपलब्धि पर ट्वीट कर कहा कि छत्तीसगढ़ की शिक्षा क्रांति से सरकारी स्कूल के बच्चों में गजब का आत्मविश्वास आया है। भेंट-मुलाकात के दौरान हर जगह स्वामी आत्मानंद स्कूलों के बच्चे आते हैं। कोई ड्रोन बना रहा है तो कोई अंतरिक्ष अनुसंधान में दिलचस्पी रख रहा है। देशभर में चयनित 6 लोगों में से एक रितिका ध्रुव है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महासमुंद जिले के स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल की कक्षा 11वीं की छात्रा रितिका ध्रुव का चयन नासा (NASA) के सिटीजन साइंस प्रोजेक्ट के अंतर्गत क्षुद्रग्रह खोज अभियान के लिए हुआ है। 16 साल की आदिवासी लड़की को नासा के प्रोजेक्ट के लिए चुना जाना छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है। रितिका ने अपने टैलेंट से IIT और सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के वैज्ञानिकों को प्रभावित किया है।
रितिका के प्रेजेंटेशन वैज्ञानिक हैरान हो गए
बता दें कि छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले की का चयन नासा के प्रोजेक्ट के लिए हुआ है। रितिका के प्रेजेंटेशन का विषय ऐसा था कि बड़े-बड़े वैज्ञानिक हैरान हो गए। रितिका ने ‘अंतिरिक्ष में वैक्यूम है फिर भी नासा ने ब्लैक होल में ध्वनि कैसे ढूंढा ?’ विषय पर अपनी प्रस्तुति दी थी। वह एक आदिवासी समाज से आती है। अपनी प्रस्तुति से प्रभावित कर रितिका ने नासा जाने का सपना पूरा कर लिया। वह अब नासा के प्रोजेक्ट के लिए चुन ली गई है।
साइकिल रिपेयरिंग करते हैं रितिका के पिता
रितिका की टीम ने बिलासपुर में बहुत अच्छा परफॉर्म किया। रितिका फिलहाल 1 से 6 अक्टूबर के बीच गुरुत्वाकर्षण बल के विषय में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में प्रशिक्षण ले रही है। रितिका की प्रिंसिपल ने बताया कि वो पढ़ाई में बहुत तेज रही है। वो ऑनलाइन क्विज में भी खूब पार्टिसिपेट करती है। प्रिंसिपल ने बताया कि रितिका बहुत ही साधारण परिवार से आती है। उसके पिता की साइकिल रिपेयरिंग की दुकान है।