छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी हुई है। IAS अफसर, कोयला कारोबारी, कांग्रेस नेताओं और सीए के ठिकानों पर ईडी ने मंगलवार सुबह दबिश दी। अफसर अभी दस्तावेज खंगाल रहे हैं।...
छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी हुई है। IAS अफसर, कोयला कारोबारी और कांग्रेस नेता के ठिकानों पर ईडी ने मंगलवार सुबह दबिश दी। अफसर अभी दस्तावेज खंगाल रहे हैं। ईडी की इस कार्रवाई पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा सीधी लड़ाई नहीं लड़ पा रही है, इसलिए सेंट्रल एजेंसियों का सहारा ले रही है। ईडी-आईटी से डराने की कोशिश की जा रही है। चुनाव तक इस तरह की कार्रवाई होगी, लेकिन जनता जान चुकी है।
यूपी दौरे से पहले सीएम भूपेश ने कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा की मोदी सरकार सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। छत्तीसगढ़ में 6 हजार करोड़ रुपये चिटफंड घोटाला हुआ। इस पर ईडी-आईटी की कार्रवाई क्यों नहीं होती? हमने कई बार पत्र लिखा, लेकिन केंद्रीय एजेंसियां इस पर ध्यान ही नहीं दे रही है। भाजपा ईडी-आईटी, डीआरआई के माध्यम से लड़ने की कोशिश कर रही है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि ये और आएंगे। यह आखिरी नहीं है। भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा इनकी (ईडी-आईटी) यात्राएं बढ़ेंगी। यह डराने-धमकाने का ही काम है। उसके अलावा कुछ नहीं।
चिटफंड पर कार्रवाई क्यों नहीं करती IT-ED
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि साढ़े छह हजार करोड़ का चिटफंड कंपनियों में लोगों का पैसा डूबा है। उसमें संज्ञान लें, उसमें कुछ नहीं करेंगे। ये बार-बार आएंगे, लेकिन जनता जान चुकी है कि भाजपा लड़ नहीं पा रही है तो सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। बता दें कि ईडी ने मंगलवार को रायगढ़, रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और महासमुंद जिले में ईडी का छापा पड़ा है। 3 आईएएस अफसर, कोयला कारोबारी, चार्टर्ड एकाउंटेंट, मुख्यमंत्री के उप सचिव, पूर्व विधायक, माइनिंग हेड सहित सहित 10 से ज्यादा जगहों पर जांच की कार्रवाई चल रही है।