राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 36 अनुषांगिक संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों की समन्वय बैठक 10 से 12 सितंबर के बीच छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होनी है। बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत शामिल होंगे।...

RSS के 36 अनुषांगिक संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों की समन्वय बैठक 10 से 12 सितंबर के बीच छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होनी है। अखिल भारतीय स्तर की यह समन्वय बैठक प्रतिवर्ष एक बार आयोजित होती है। बैठक में सर संघ चालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित RSS के पांचों सह सरकार्यवाह तथा अन्य प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे। RSS प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार की शाम ट्रेन से रायपुर पहुंचे। भारी सुरक्षा घेरे के बीच मोहन भागवत को रेलवे स्टेशन से स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के पास स्थित जैनम मानस भवन ले जाया गया है। रायपुर में 7, 8 और 9 सितंबर को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय निर्णायक टोली और 10, 11 और 12 सितंबर को अखिल भारतीय समन्वय की बैठक रखी गई है।
3 दिनों तक संघ के केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक
शुरुआती तीन दिनों तक RSS के केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक होनी है। इसके लिए पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों का रायपुर आना जारी है। सभी को जैनम मानस भवन में ही ठहराया जा रहा है। 10 सितंबर से अनुषांगिक संगठनों की समन्वय बैठक शुरू होगी। अनुषांगिक संगठनों और संघ के बीच समन्वय बैठक का मुख्य एजेंडा है। देशभर के मौजूदा सामाजिक-राजनीतिक हालात पर संघ अपनी राय रखेगा। छत्तीसगढ़ में आगामी चुनावों को लेकर भी भारतीय जनता पार्टी किस दिशा में काम करेगी इसी बैठक में तय होगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी 9 सितंबर को रायपुर पहुंच रहे हैं। बैठक में नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री भी शामिल होंगे।
चुनाव से पहले RSS से जुड़े लोगों को जिम्मेदारी
भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ में भाजपा को सत्ता में लाने की जिम्मेदारी आरएसएस की तिकड़ी राष्ट्रीय सगसंगठन महामंत्री शिवप्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल के साथ भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष बिलासपुर के सांसद अरुण साव को सौंपी है। भाजपा इनके भरोसे अपनी चुनावी नैया पार लगाना चाहती है। वहीं सरकार को सदन में घेरने धरमलाल कौशिक के स्थान पर नारायण चंदेल को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दें कि लगातार हार और गुटबाजी से भाजपा के प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठते रहे हैं। अब मिशन-2023 से पहले भाजपा बदलाव के एक्शन मोड में नजर आ रही है। अब संगठन महामंत्रियों और जिला अध्यक्षों को बदला जाएगा। बदलाव को लेकर प्रदेश से लेकर जिला संगठन तक हड़कंप मचा हुआ है।
रायपुर में नड्डा करेंगे रोड-शो और कार्यकर्ता सम्मेलन
इधर जेपी नड्डा के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी हलचल है। भाजपा भी छत्तीसगढ़ में 2023 विधानसभा चुनाव के मूड में नजर आ रही है। अगस्त में बेरोजगारी के खिलाफ भाजपा ने बड़ा प्रदर्शन किया था। इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रायपुर आए। अब रायपुर में एक बड़ा रोड शो किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी होगी। छत्तीसगढ़ भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक में संगठन की मजबूती और चुनावी तैयारियों पर भी रणनीति बनेगी। वहीं सम्मेलन के बहाने कार्यकर्ताओं का आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रिचार्ज किया जाएगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे को लेकर छत्तीसगढ़ भाजपा तैयारियों में लगी है। कार्यकर्ता सम्मेलन में 50 हजार भाजपाइयों के आने की संभावना है।